"पत्रकारों अभी भी समय हैं" नेताओं की चमचा गिरी छोड़ो" स्व.सचिन मीणा के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत"



निगरानी 24:(न्यूज डेस्क)

नई दिल्ली:इंडियन मीडिया वैलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव निशाना ने हाल ही में हृदयाघात से मृत्यु को प्राप्त हुए पत्रकार सचिन मीणा के पार्थिव शरीर को बिना पैसा लिए अस्पताल द्वारा शव ना सौंपे जाने को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। श्री निशाना ने कहा,कि पत्रकार बिना किसी भेदभाव के नेताओं,अभिनेताओं और अन्य विभागों की खबरो को प्रमुखता से प्रकाशित करते करते अपनी जीवन लीला भी समाप्त कर लेता है, लेकिन पेशेवर समाज और प्रशासन उसके अंत समय भी उसका साथ ना देकर उसे असहाय छोड़ देते हैं , ऐसे विकट परिस्थितियों से निपटने के लिए एसोसिएशन जल्द ही दिल्ली के उपराज्यपाल श्री वी .के.सक्सेना साहब से मिलकर पत्रकारों का सरकारी तौर पर स्वास्थ्य बीमा और उनके व उनके परिवार के सदस्यों के लिए अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं देने की मांग करेगी। दिवंगत पत्रकार स्वर्गीय सचिन मीणा के अंत समय पर पूर्वी दिल्ली के धर्मशिला कैंसर अस्पताल द्वारा करीब 4.27 हजार का बिल ना भरे जाने की परिस्थिति में शव को परिजनों को ना सौंपने और फिर मसीहा के तौर पर एक फोन करते ही प्रबुद्ध समाजसेवी भाई वीरेन्द्र डेढा द्वारा इस दुख की घड़ी दिवंगत पत्रकार के परिवार को ना केवल अस्पताल से शव दिलवाया, बल्कि दाह संस्कार तक में सचमुच मानव रूप में किसी भगवान के अवतार से कम नही रहे। एसोसिएशन के महासचिव विजय शर्मा ने कहा,कि वास्तव में पत्रकार बिरादरी की कई बार ऐसी असहनीय स्थिति में भाई वीरेन्द्र डेढा जैसी विभूतियां ही मानव सेवा की एक बेमिसाल प्रतिमूर्ति बनते हैं। उन्होंने कहा,कि आगे किसी और पत्रकार साथी के साथ ऐसी विकट परिस्थितियां ना आएं, एसोसिएशन उसके लिए सतत् प्रयास करेगी।