"योग सेवक शीशपाल का ओड राजपूत समाज को संदेश।



निगरानी 24: (अनिल राजपूत)

अलवर : गुजरात अहमदाबाद में राजस्थान अलवर जिले के गोबिंदगढ़ तिलवाड़ गांव के ओड राजपूत समाज के लोगों का सम्मान योग सेवक शीशपाल जी द्वारा किया गया। राजस्थान से ओड राजपूत समाज के वीर सिंह नापा और महेंद्र सिंह नापा और गांव के ही कुछ लोग योग सेवक शीशपाल जी के गुजरात में स्थित योग शिविर कार्यालय में मिलने के लिए गए थे।

शीशपाल जी ने सभी का हार्दिक रूप से स्वागत करते हुए उनका अभिनंदन किया। और योग के बारे में सभी को बताया की योग भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा उपहार है। लेकिन आज की भाग 2 दौड़ बड़ी जिंदगी व्यायाम की कमी और मानसिक तनाव से बीमारियों की संख्या दिन- प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। 

इसका समाधान सिर्फ योग है। मध्य युग में विलुप्त हो चुके योग को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जन-जन तक पहुंचाया है, यह सब भारत के नागरिकों के लिए गर्व और सम्मान की बात है, दोस्तों योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं है योग एक संपूर्ण चिकित्सा विज्ञान है, योग एक महा विज्ञान है, योग हमें शरीर और आत्मा से जोड़ता है, शरीर का वर्तमान और मन का अनुपस्थित होना ही व्यक्ति का निराश और असफल होने का मुख्य कारण है, हर व्यक्ति का शरीर और मन अलग होता है, यदि शरीर और मां एक हो जाए तो सफलता की संभावना अनंत हो जाती है,और योग यही करता है, और शरीर और मन को जोड़ता है। योग सेवक शीशपाल जी ने कहा आप सभी ग्रामवासी राजस्थान से यहां आए मुझे बहुत प्रसन्नता हुई आज गांव- गांव में ग्रामवासी योग से वंचित है आप सभी मिलकर हर घर-घर में लोगों को जागृत करें कि आप सभी परिवार के साथ प्रातः काल योग करें। और अपने परिवार को योग द्वारा स्वस्थ रखें। वही महेंद्र सिंह नापा ने बताया ओड समाज जिला अध्यक्ष और समाज युवा अध्यक्ष कश्मीर मजोका हेमन्त कालिया समाज के स्तर को ऊपर उठाने में योग सेवक शीशपाल जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। वह समय-समय पर समाज को और आगे ले जाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते रहे हैं। वह अपने समाज के उद्धार के लिए लगातार राजस्थान के लोगों और गुजरात के व्यापारियों और उद्योगपतियों से मिलते रहते हैं। ऐसा लगता है कि वह योग सेवक होने के साथ-साथ एक महान सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।